श्री तुलसी


आईएमसी की श्री तुलसी में किसी प्रकार की कोई मिलावट नही की जाती, यह 100% शुद्ध होता है, इसमें एक बूँद भी पानी नही मिलाया जाता है। यह हमारे आंगन में उगने वाली तुलसी से कई गुना ज्यादा असरकारी है क्योंकि यह पांच प्रकार की तुलसियों द्वारा बना है जिनका नाम है:
श्याम तुलसी (Ocimum Tenuiflorum)
विष्णु तुलसी (Ocimum Sanctum)
राम तुलसी (Ocimum Gratissimum)
निम्बू तुलसी (Ocimum americanum)
वन तुलसी (Ocimum Basillicum)
इन पांचों प्रकार की तुलसी का विशेष विधि द्वारा सत् निकाल कर श्री तुलसी को बनाया गया है। यह तेल के रूप में होता है लेकिन इसे विशेष विधि द्वारा पानी में घुलनशील बनाया जाता है।

श्री तुलसी के क्या फायदे हैं? Shri Tulsi Drop Benefits in Hindi
आईये जानते हैं की आईएमसी की श्री तुलसी के क्या-क्या लाभ हैं और इसका कैसे उपयोग करना चाहिए।

1. यह दुनिया की एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-डिसीस एवम एंटी-इफ्लेमेंट्री है।

2. अगर पीने के पानी को विषाणु और रोगाणुओं से मुक्त करना है तो आप एक गिलास पानी में श्री तुलसी की सिर्फ दो बूँद डाल देवें।

3. सर्दी-खांसी, मलेरिया, डेंगू, प्लेग, फ्लू, स्वाइन-फ्लू, चिकनगुनिया और किसी भी बुखार में यह लाभकारी है।

4. पेट दर्द, गैस्टिक, अपच, कब्ज, उल्टी, दस्त, कृमिरोग आदि में अत्यंत लाभकारी है।

5. दाद खाज, खुजली, एक्जीमा, सोरायसिस में श्री तुलसी की दो-दो बूँद सुबह-शाम पानी के साथ खाली पेट लेना चाहिए।

6. त्वचा की किसी भी समस्या में इसे निम्बू के रस के साथ लगायें।

7. मोटापा से ग्रसित लोगों के लिए भी यह लाभकारी है।

8. जोड़ों का दर्द, गठिया, सूजन में इसका उपयोग करना चाहिए।

9. मूत्र सम्बंधित किसी भी रोग में यह उपयोगी है।

10. सर दर्द में इसका एक बूँद माथे पर लगायें आराम मिलेगा।

11. ब्लड-प्रेशर, शुगर, कैंसर, ह्रदय रोग जैसी बड़ी बिमारियों में भी इसका लाभ लिया जा सकता है।

12. कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने यह उपयोगी है इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।

13. दांत-मसूड़ों में दर्द, कीड़ा लगना, मसूड़ों में खून आना, पायरिया, नकसीर, फेफड़े में सूजन, अल्सर आदि में उपयोगी है।

14. गला दर्द, आवाज बैठना, मुह में छाले होने पर गर्म पानी में डालकर कुल्ला करें।

15. यह एक बहुत ही बढ़िया विषनाशक है यह शरीर के अंदर के विष (toxins) को बाहर निकालता है।

16. हीमोग्लोबिन (लाल रक्त कणिकाओं) को बढ़ने में सहायता करता है।

17. स्मरण-शक्ति बढ़ने के लिए यह अच्छी दवा है।

19. महिलाओं को गर्भावस्था में होने वाली उलटी को ठीक करने के लिए 4-5 बूँद लेना चाहिए।

20. किसी जहरीले कीड़े के काटने या आग से जलने पर उस स्थान पर श्री तुलसी की कुछ बूंदे डालने से आराम मिलता है।

21. सुबह-शाम अदरक के रस, शहद और तुलसी की बूंदों को मिलाकर दिन में तीन बार लेने से सर्दी-जुकाम और खांसी में आराम मिलता है।

22. मुह के दुर्गन्ध को तुरंत दूर करने के लिए इसके कुछ बूँद मुह में डालना चाहिए।

23. कान दर्द के लिए श्री तुलसी को हल्का गर्म करके एक-एक बूँद कान में टपकायें।

24. नाक में फोड़े, फुंसियाँ होने पर हल्का गर्म कर एक-एक बूँद नाक में डालें।

25. डैंड्रफ और जुओं को ख़तम करने के लिए नीबू का रस और श्री तुलसी दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर बालों में लगायें 3-4 बाद धोएं।

26. रात्रि को 8-10 बूँद शरीर में लगा कर सोयें इससे मच्छर नही काटेंगे।

27. कूलर के पानी में 8-10 बूँद डालें इससे घर रोगाणु और विषाणु मुक्त हो जायेगा और मक्खी-मच्छर भी भाग जायेंगे।

28. सुन्दरता पाने के लिए इसका नियमित उपयोग करें इससे खून साफ होता है और त्वचा चमकदार बनती है।

29. एलो जेल या किसी अच्छी क्रीम के साथ मिलाकर रात में चेहरे में लगायें इससे कील-मुहासे, धब्बे और झुर्रियां खत्म हो जाती हैं।

30. प्रसव के बाद पेट पर बनने वाली लाइनों (स्ट्रेच मार्क्स) को हटाने के लिए इसे एलो-जेल या किसी क्रीम के साथ मिलाकर लगायें।

31. सफ़ेद दाग को हटाने के लिए 10 ml नारियल तेल में 20 ml श्री तुलसी मिलाकर सुबह-शाम मालिश करें।

32. सफेद बाल की समस्या का इलाज भी श्री तुलसी कर सकता है इसके लिए इसे हेयर आयल के साथ मिलाकर बाल की जड़ों पर मालिश करें।

33. खाने में अरुचि, भूख न लगना जैसे समस्या में भी यह लाभकारी है।
34.कैंसर में श्री तुलसी की 8-10 बूँद एक गिलास छाछ के साथ सुबह शाम पीना चाहिए
35. यह वजन को नियंत्रित करने में सहायक है। इससे मोटे व्यक्ति का वजन कम होता है और पतले व्यक्ति का वजन सामान्य हो जाता है।

श्री तुलसी के नुकसान - Shri Tulsi Side effects in Hindi
श्री तुलसी के फायदे के मुकाबले इससे होने वाले नुकसान या साइड इफेक्ट्स बहुत ही कम हैं, लेकिन फिर भी आपको कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए जैसे:
§  "अति सर्वत्र वर्जयेत" यानि किसी भी चीज की अति सही नही है, आप किसी भी औषधि का उपयोग अत्यधिक मात्रा में न करें। यदि आप स्वस्थ हैं तो एक दिन में श्री तुलसी के 2-4 बूँद आपके लिए पर्याप्त है।
§  गर्भावस्था में विशेष ध्यान रखना होता है इसलिए इसका उपयोग न करें तो अच्छा है यदि उपयोग करना चाहते हैं तो चिकित्सकीय परामर्श अवश्य ले लेवें।
§  जिनके दूध पिने वाले छोटे बच्चे हैं उनको भी बिना चिकित्सकीय सलाह के उपयोग नही करना चाहिए।
§  दूध के साथ मिलाकर इसका उपयोग न करें।
§  दूध पिने से पहले या बाद में इसका उपयोग न करें, कम से कम आधे-एक घंटे का अन्तराल रखें।
§  नमक, प्याज, लहसुन, खट्टे फल या मांस के साथ इसका उपयोग हानिकारक है।